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कहते है दो पल की है ये ज़िन्दगी आज है तो क्या पता क

कहते है दो पल की है ये ज़िन्दगी
आज है तो क्या पता कल है या नहीं
तो जितनी खुशी है उसमे आज खुश रहो कल के लिए क्यों बचाना
तब की तब देखेंगे, अब तो अब जियेंगे
कल की फ़िक्र में अब तो खुशी कम होने लगी है 
तो कुछ बारिश से भी सिख जाओ
अब तो बिना बादल के पलकों भर में बारिश होने लगी है।
 ऐसे ही
कहते है दो पल की है ये ज़िन्दगी
आज है तो क्या पता कल है या नहीं
तो जितनी खुशी है उसमे आज खुश रहो कल के लिए क्यों बचाना
तब की तब देखेंगे, अब तो अब जियेंगे
कल की फ़िक्र में अब तो खुशी कम होने लगी है 
तो कुछ बारिश से भी सिख जाओ
अब तो बिना बादल के पलकों भर में बारिश होने लगी है।
 ऐसे ही