पंख और आसमाँ अभी तो उसने पंख लगाकर उड़ना शुरू ही किया था, अभी आसमान की ऊचाइयों को और छूना था, कुछ ख्वाबों के मोती थे जो बिखर गए, उनको अभी ज़िन्दगी के धागों में पिरोना बाकि था, कोमल कली थी उसे अभी और खिलना था, मेहनत के पानी से अभी उसे और बढ़ना था, मगर............😓 #justicforpriyankareddy R.I.P. अभी तो उसने पंख लगाकर उड़ना शुरू ही किया था, अभी आसमान की ऊचाइयों को और छूना था, कुछ ख्वाबों के मोती थे जो बिखर गए, उनको अभी ज़िन्दगी के धागों में पिरोना बाकि था,