Nojoto: Largest Storytelling Platform

हे मानव, संसार तेरी कर्मभूमि है, और तू अपने कर्मों

हे मानव,
संसार तेरी कर्मभूमि है,
और तू अपने कर्मों के मापदंड से ही जाना जाएगा,
इसलिए अपने कर्मों से भागने का जतन न कर,
क्योंकि तू अपने कर्म से तो दूर जा सकता है,
तू उसे टाल सकता है परंतु तू उसके परिणाम
से नहीं भाग सकता।
अगर तेरा कर्म संसार के हित में नहीं है,
सिर्फ स्वयं के लाभ के लिए कर्म करता है,
अथवा इस शरीर के नौ द्वारों से निकले तत्वों
में सत्य नहीं है तो वह अपने सर्वनाश का खुद
उत्तरदाई होता है।

                  -- भगवद गीता।

©Akhil Kael
  #agni #भगवदगीता  Sethi Ji Sircastic Saurabh Satyaprem Upadhyay Anshu writer Mukesh Poonia