ये गुज़रता वख्त गुज़रता जा रहा है दुनिया की चहल पहल में दौड़ता जा रहा है ध्यान कोई ना दे किसी पर कोई हस रहा है तो कही कोई रो रहा है किसी के चेहरे पर है मुस्कान कही कोई मुखोटा लगाए हँसी का मगर भीतर से दिल किसी का रो रहा है कही कोई पैसे के पीछे भाग रहा है तो कोई कही मियूस होकर बैठ रहा है कही कोई चैन से सो रहा है तो कोई कही बेचैन होकर भाग रहा है ये गुज़रता वख्त अब गुज़रता जा रहा है समय के साथ भाग रहा है Quote baba