Nojoto: Largest Storytelling Platform

कोई लम्हों में भटक गया पंखे से जाके लटक गया अपनी

कोई लम्हों में भटक गया 
पंखे से जाके लटक गया 
अपनी मजबूरी सुनाता रहा
दर्द कितना है आंखों से बताता रहा
ये बेदर्द जमाना सुन न सका 
 ख्वाब आंखो के बुन न सका 
इसलिए वो ज़िंदगी चुन न सका 
अपनी मां की चीखे भी मोहब्बत के 
आगे सुन न सका 
वो इस इश्क मैं ऐसा तभा हुआ
जिंदगी से हार कर मौत से वावफा हुआ

©Riyashaikh
  #LongRoad  ANUPMA AGGARWAL Satyajeet Roy advocate SURAJ PAL SINGH ad sanjay kumar prajapati  AD Grk  Shahnaz Charlie Chouhan Heer Sudha Tripathi Rajat Bhardwaj INDRAJEET KUMAR,