सुनो ना तुम्हरा इस मौसम की तरह यूं बदल जाना रास नहीं आया दिल को। यूं बेबजह अकेला कर जाना सच में रास नहीं आया दिल को। तो सुनो ना, जो तुम कहा करती थी कि मैं तुमसे बात किए बगैर पल भर भी नहीं रह सकती आज कैसे रह लेती हो। कभी जो कसमें खाया करती थी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम की, क्या आज वही कसमें किसी और से कहती हो। तो सुनो ना अब ये ईश्क दुबारा नहीं होगा तुमसे। #nojoto #shyai #darde_e_dil #bat_dilon_ki