भीड़ देखो इन्हें, कुछ इस ओर तो कुछ उस ओर हैं! शायद इन्हें नहीं मालूम कि सारे सियासी चोर हैं! धन-दौलत सब उनके पास, मर्ज़ी जो वो करते जाएं; और इनके हक़ में भुखमरी, गरीबी और आँखों में लोर है! ©Ravi Aftab #अंधानुकरण #भीड़