दिल-e-गुमशुदा, फिरता क्यों लापता तय है, नसीब का मिलना ख़बर सबकी, रखतें हैं खुदा Challenge-123 #Collabwithकोराकाग़ज़ 555 कविता लिखिए :) (पहली, दूसरी और तीसरी पंक्ति में 5 शब्द) #गुमशुदा #कोराकाग़ज़ #FearOfTheDark YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️