Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी अकेले रहें हो अपनों के बिना नींद हो अधुरी जैसे

कभी अकेले रहें हो अपनों के बिना
नींद हो अधुरी जैसे सपनों के बिना

सूरज किरणों से दूर कैसे रहता होगा
दर्द विरह का भला कैसे सहता होगा

चंद्रमा को चांदनी का सहारा चाहिए
सागर की लहरों को किनारा चाहिए

धरती ये आसमां से जुदा कहाँ रहती हैं
क्षितिज पे मिलने को बारंबार कहती हैं

अक्सर तन्हाइयों में, सपने बुन लेता हूँ
अनकहे अल्फ़ाज़ों को तेरे सुन लेता हूँ  #cinemagraph #अनकहेअल्फ़ाज़ 
#yqdidi #yqhindiquotes #yqbaba #yqlovequotes #yqlovetales #yqloneliness
कभी अकेले रहें हो अपनों के बिना
नींद हो अधुरी जैसे सपनों के बिना

सूरज किरणों से दूर कैसे रहता होगा
दर्द विरह का भला कैसे सहता होगा

चंद्रमा को चांदनी का सहारा चाहिए
सागर की लहरों को किनारा चाहिए

धरती ये आसमां से जुदा कहाँ रहती हैं
क्षितिज पे मिलने को बारंबार कहती हैं

अक्सर तन्हाइयों में, सपने बुन लेता हूँ
अनकहे अल्फ़ाज़ों को तेरे सुन लेता हूँ  #cinemagraph #अनकहेअल्फ़ाज़ 
#yqdidi #yqhindiquotes #yqbaba #yqlovequotes #yqlovetales #yqloneliness