तेरे आगोश मे आकर, मैं दुनिया भूल जाता हूँ, तेरे पहलू मे आने पर, सुखद अनुभूति पाता हूँ। तेरे गोदी में जादू है, तू खुशियों की मूरत है। तेरे आलिंगन से मां मेरी, मैं दुखड़े भूल जाता हूँ। ©राजेश कुशवाहा तेरे आगोश मे आकर, मैं दुनिया भूल जाता हूँ, तेरे पहलू मे आने पर, सुखद अनुभूति पाता हूँ। तेरे गोदी में जादू है, तू खुशियों की मूरत है। तेरे आलिंगन से मां मेरी, मैं दुखड़े भूल जाता हूँ।