अभियांत्रिकी(Engineering) तृतीय वर्ष में आते आते हमें ये तो पता चल गया था कि हम हर क्षेत्र मे अपना सर्वोत्तम दे सकते है परंतु इस अभियांत्रिकी(Engineering) में शायद कभी नही। पर फिर भी हॉस्टल का हर लेखक, शायर ,गायक, क्रिकेटर, फुटबालर, कॉमेडियन, ना जाने क्यों पकड़ लेता था। इंजीनियरिंग की उन किताबो को बस इतना कहकर की "यार शायद ये किताबो का बोझ ही कम कर सकेगा। हमारी जिम्मेदारियों के बोझ को" और फिर सब की आँखे नंम हो जाती थीं। हॉस्टल भले ही किताबी ज्ञान नहीं दे पाते लेकिन हाँ वे स्कूल के एक लड़के को एक परिवार का जिम्मेदार बेटा और समाज का एक जिम्मेदार नागरिक जरूर बना देते हैं। ... #जलज कुमार #findingyourself अभियांत्रिकी(Engineering)