किनारे पर बैठ कर समंदर को पत्थर मारा, वो चोट सहकर भी लहरों सा हँस गया जो मारा वो पत्थर नही, मेरा दिल था, दरिया में डूबकर अब पिघल गया। ©Aslam Marham #seashore