बेरोज़गार आशुफता से करें सवाल, कितने स्कूल, कॉलेज, और यूनिवर्सिटी, में बच्चे पढ़ने जाते हैं,जब नहीं थी नौकरीया ,तो क्या पढ के करे,समय बर्बाद क्यों नहीं हो जाते, बंद ये सब। कारखाने, कम्पनीज़ फैला रहे अपना घेरा जल्मत बेरोज़गारी का फिर भी न भर पाए। elections जब है आते, वादे बडें - बडे़ कर जाते, क्यों इनको पूरा नहीं कर पाते, घर घर रोज़गार स्कीम चलाई, फिर भी बेरोज़गारी ना कम कर पाई, नोकरी के नाम पर पैसा ऐठ ना बन गया व्यापार, कहने को है स्कीम घर घर रोज़गार। #बेरोज़गार #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi