बहते दरिया समुंदर नहीं होते चंद साँसें ज़िंदगी नही होती रोते हो सदा मुश्किलों को यूँ ज़िंदगी ज्ञात नही होती ज़रा ज़िंदगी के समुंदर में उतरो यूँ गहराई अनुमान नही होती मायने जान लो गर ज़िंदगी के कोई विपदा विषम नही होती सुप्रभात। ज़रा ज़िन्दगी के समुंदर में उतरो, देखो कहाँ तक समुंदर है फैला... #ज़िन्दगीकासमुंदर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi