नही देखता तुम्हारे जिस्म की सुंदरता बस तुम्हारी रूह में खुद को कुर्बान करना चाहता करके बेपनाह मोहब्ब्त तुम्हारे दिल मे समा जाना चाहता उन यादों से तुम कह दो यूँ रोज ना आया करे जब पास न हो तुम तब यूँ ना सताया करे शाम सवेरे इस दिल मे बस तू ही समाती नैनो में छुप छुप के सपनो में यूँ दस्तक देती हो तस्वीर तेरी अब सीने में रहती साँसे चलती है मेरी पर धड़कन तुझ में बसती कभी लिखू कुछ शायरी तुझपर कभी तस्वीर बनाऊ तुम्हारी अपने ख्वाबों के मंजर पर वक़्त के दायरों में हम यूं पिघल गये मिलने को भी तरस गए दूरी ही सही पर हर पल तुम्हे याद आयंगे कभी जो तुम वक़्त के पन्नों को पलट कर देखोगी तो मेरी हर लिखी कविता में खुद को पाओगी ,मेरी हर बनाई तस्वीर में खुद को ही पाओगी मेरी जिंदगी की कहानी का एकमात्र शीर्षक तुम रहोगी हमेसा हमेसा के लिए #i'm back #में_और_मेरे_अहसास #मेरीक़लमसे #kunu