विचित्र ख़्याल ========== छुपके से कीचड़ उछालेंगे वो । फिर अच्छे बनकर संभालोगे वो। तुम उनसे बात न करना बेगम। झूठी बातों में फंसा लेंगे वो। अव्वल उनका दिल फ़िसलेगा फिर। मूहँ पर तेजाब उछालेंगे वो। जात ऐसी कि जरूरत पड़ने पर। गधे को भी बाप बनालेंगे वो। विकास शर्मा "विचित्र"✍️ #विचित्र_ख़्याल