●● HPY TEACHER'S DY●● "मैं हाड़-मांस का पुतला था मुझे इंसान बनाया तुमने.. भर सच्ची संवेदना असल में जीना सिखाया तुमने.. बन पथप्रदर्शक मेरे मेरी रहो के शूल को रखा मुझसे दूर इंसानियत ही है इस देह(मनुष्य) का असल स्वरूप बताया तुमने.. ज्ञान..धैर्य..पारदर्शिता इन सबसे जीवन सार सिखाया तुमने... मैं हाड़-मांस का पुतला था मुझे इंसान बनाया तुमने।।" ●~●● बबिता ●●~●