मोहब्बत की जाने लगी सहूलियत देखकर। हर एक शै' केवल जरूरतों की पोटली है। जब बात आती है आशियाना सजाने की! इश्क़ के तलबगारों की ज़ुबान तोतली है। सभी कहते तो हैं कि हर ख़ुशी तुमसे है! यह सभी बातें तो बस यूँ-हीं जोतली हैं। जाने दो अब ख़्यालों में मत लाओ पंछी'! बाहर वहशत अंदर दहशत ओटली है। ♥️ Challenge-961 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।