Nojoto: Largest Storytelling Platform

प्रेम पकवान चखानें मे नही, स्नेह से कुछ भी खिलाने

प्रेम पकवान चखानें मे नही,
स्नेह से कुछ भी खिलाने मे है।
मेरा देश मेरा दायित्व
वृद्धजनों की सेवा पर्यावरण सुरक्षा

©Satyendra Satya
  प्रेम पकवान चखानें मे नही,
स्नेह से कुछ भी खिलाने मे है।
मेरा देश मेरा दायित्व
वृद्धजनों की सेवा पर्यावरण सुरक्षा
#कलमसत्यकी ✍️©️

प्रेम पकवान चखानें मे नही, स्नेह से कुछ भी खिलाने मे है। मेरा देश मेरा दायित्व वृद्धजनों की सेवा पर्यावरण सुरक्षा #कलमसत्यकी ✍️©️ #कविता

587 Views