बातों-बातों में जो उसने कही होंगी वो मुलाकातें भी कितनी हसीन रही होंगी पत्तों पर ओस की बूंदों के मानिंद साथ उनके शामें भी ढली होंगी जो समझे नहीं हम तो उनकी क्या ख़ता बातें उसने इशारों से कही होंगी ऐ दिल वक्त है संभल जा जरा वो मेहरबान हर बार नहीं होंगी एक उनका साथ पाने के लिए कितनी बातें किसी ने सही होंगी जब महफ़िल में जिक्र उनका हुआ होगा बातें मेरे बारे में भी रही होंगी... ©abhishek trehan Hello Resties! ❤️ Collab on this #rzpictureprompt and add your thoughts to it! 😊 #rzpicprompt759 #yqrestzone #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine #manawoawaratha Collaborating with Rest Zone