#संशोधन# " शत्रु सदा ईर्ष्या करता,है शत्रु के हर्ष पर राजनीतियाँ घाव कर रहीं, आशा और संघर्ष पर आरक्षण ने किया आक्रमण, प्रतिभा के उत्कर्ष पर अंग्रेज़ों ने किया हो शासन, जैसे भारतवर्ष पर ।" - 'भारत' सचिन संशोधन "शत्रु सदा ईर्ष्या करता,है शत्रु के हर्ष पर राजनीतियाँ घाव कर रहीं, आशा और संघर्ष पर आरक्षण ने किया आक्रमण, प्रतिभा के उत्कर्ष पर अंग्रेजों ने किया हो शासन, जैसे भारत वर्ष पर ।"