पल-पल ठोकरें खिलाती है यह ज़िंदगी, पल-पल नए रंग दिखाती है यह ज़िंदगी। यूँ तो कई मौसम आते-जाते ही रहते हैं, मगर बहुत कुछ सिखा जाती है यह ज़िंदगी। शिकायतें ना शिकवा है किसी से, हर रोज नए पाठ पढ़ाती है यह ज़िंदगी। यह सुख-दुःख तो चलते ही रहते हैं, मगर क्यों किसी को इतना रुलाती है यह ज़िंदगी। एक रोज़ खत्म हो जाएगी यह जद्दोजहद 'अनाम', मगर किसी अणु के अवतरण में जन्मती है यह ज़िंदगी। ये ज़िंदगी #सुख_दुःख #जिन्दगी_एक_संघर्ष #अनाम_ख़्याल #अनाम #गढ़वालीगर्ल #रातकाअफ़साना #रात्रिख्याल #anumika