आज कहीं फिर कोई भँवरा, किसी कली का मतवाला है.... मन अर्पण, तन भी अर्पण, दिल से कोई दिलवाला है.... लाख भ्रमर के कई झुण्ड, बस एक कली के राग अलापे... एक कली का इतने भँवरों से एक 'भ्रमर, ही रखवाला है.. www.facebook.com/bawraspoetry/ #NojotoQuote #कली #भ्रमर #राग #अर्पण #bawraspoetry