क्या कहोगे क्यों सहोगे दिल्ली की पुलिस से अब और क्या उम्मीद करोगे । सब मिले हुए हैं अब किस से मदद की गुहार लगाओ , यह सब राजनीति का गंदा खेल है । जिस भारत देश को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था , अब लोगों ने उसको अपनी राजनीति का हिस्सा बना लिया है । कितनी मौतें हुई और कितनी मौतें हो जाएंगी पर उनको कोई फर्क नहीं पड़ता , बस उनकी राजनीति चलनी चाहिए फिर किसका घर जलता क्या फर्क पड़ता । अब तो यह हाल हो गया है अपने ही देश में कुछ बोलने के लिए सोचना पड़ता है , अगर कुछ भी बोला तो उसका हाल भी सुशांत जैसा होता है । 1 साल में भी अगर तुम सच को बाहर नहीं निकाल पाए , तो कैसी तुम्हारी राजनीति और कैसे तुम लोग । सच तो देर सवेर बाहर आ ही जाएगा , खुद को भगवान समझने वालों थोड़ा तो उस भगवान से डरो । अब और कितने सुशांतो को मारोगे तुम , अब बस हुआ देर से ही सही कुछ तो नेक काम करो । स्वर्ग में ना सही नर्क में तो अपनी जगह पक्की करो । ©Short And Sweet Blog #Trees #सुशांत_सिंह_राजपूत #सुशांतसिंहराजपूत #सुशांत