कब तक सुनते ही रहेंगे , बहाने ऐसे मनगढ़ंत रक्तपिपासु असुरों का तो,अब हो ही जाये अंत समाधान जो न होगा, दृश्य ऐसा ही हम देखेंगे हिंसा से ज्यों निष्प्राण हुए ,निर्दोष पालघर संत निंदनीय घटना पालघर की