युनिवर्सिटी आॅफ अलबर्टा में किए गए शोध में स्पष्ट है कि डायबिटीज टाईप-2 के रोगियों के सोचने की शक्ति धीरे-धीरे कम होती जाती है। इसके कारण रोगियों की योजनाओं के निर्माण व किसी कार्य के बारे में विस्तृत जानकारी देने आदि की क्षमता पर असर पड़ता है... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #जागृति