कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते, खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते, लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में, और हम थक गये मुस्कुराते मुस्कुरात . $@ndr@