ज़मीं पथरीली है, बेशक फूल कम आयेंगे, इश्क़ बोया है हमने, देखना शाखों पे दिल आयेंगे, _______________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा, ज़मीं पथरीली है, बेशक फूल कम आयेंगे... इश्क़ बोया है हमने, देखना शाखों पे दिल आयेंगे....