रोज़ की तरह बाबूजी हाथ में चाय की प्याली लिए अख़बार का इंतजार कर रहे थे तभी कल हुआ पूरा वाकया उनके आंखों के आगे घूम गया कि कैसे उन्ही की औलाद ने उन्हें सारी बातों का जिम्मेवार बना डाला था उस बेटे ने जिनके लिए उन्होंने और Mrs Smith ने अपनी पूरी जिंदगी कुर्बान कर दी थी। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आख़िर उनसे गलती कहां हुई बार बार उन्हें अपनी ही दी तरबीयत पे शक हो रहा था। बहू को बेटी बनाने में भी उन्होंने कोई कमी नहीं बक्शी पर फ़िर भी अपने ख़ून से बेइज्जत होना कैसे भुल पाते वो....... चुप चाप से चाय का प्याला वापिस रख Mrs Smith को साथ लेकर बेटे बहू के पास गए और कहा बेटा कल हुई गलती फिर से नही दोहराई जाएगी और हमे हो सके तो माफ़ कर देना कह वहा से बाहर निकल आए पर उन्होंने गलती मानी किस बात की ये बात बेटे बहू को ही अंदर ही अंदर खाए जा रही थी.......... (PART-1 अपनों का साथ ) #unframed ©Adv Sakshi Nimbriya APNO KA SATH(part-1) #unframed #story #Family #apnokasath