इल्जाम हमें पर लगाया जाए तो अच्छा है। खामिया हमारी बताया जाए तो अच्छा है। यूँ तो हर घड़ी हम गुलशन में ही रहते हैं। खुशबू एक फूल की सुंघाया जाए तो अच्छा है। खून सभी ने बहाया है इस वतन के लिए। हिंदुस्तान सभी का बताया जाए तो अच्छा है। जख्म तो मिट गए है दर्द तो अभी बाकी है। बेवफा इश्क को भुलाया जाए तो अच्छा है। लबे बिस्तर हूं मै खवाबों मे ही खो गया हूं। हसीन ख्वाबों से न जगाया जाए तो अच्छा है ©Zia Hasan #roseday Harshit Chauhan Pari Saini Nihal Alam Mahadev Kumar Nishan Mishra