जो व्यक्ति लड़ाई झगडे मार पिटाई को समस्या का हल मानता है वो घमंड और अविवेक का प्रतीक होता है, किंतु किसी निर्दोष पर होते अत्याचार को देख चुप रहना घोर पाप होता है, हां हां जानता हूं यह कलयुग है, तुम तो यही परामर्श दोगे की तू अपना रास्ता नाप, पर क्या करूं असूलों का हूं पक्का, न हि गलत देख सकता न हि गलत सह सकता, चाहें चले जाएं प्राण ©Akhil Kael #Colors of justice