चूमती कामयाबी कदम मेरे इस पल को ना रुकने दूंगा सौगंध मुझे इस मिट्टी की ये देश नहीं झुकने दूंगा चला उजाले की तरफ अब कदम मेरे न रुकने दूंगा सौगंध मुझे इस मिट्टी की ये देश नही झुकने दूंगा ©Kumar Naresh #four_line_poetry saognd mhujhe is mitii ki ye desh nhi jhukne dunga