बस थोड़ी सी जगह चाहता हूँ तेरे दिल में अपना बस़र चाहता हूँ! ----------------------------------- तेरी ख्वा़बों की मेंहदीं का, मैं ही हूँ 'हकीक़त जिसें तु चाहती हैं, जिसें मेरा दिल चाहता हैं!! देखती हैं सपने, बंद आँखों से तु जिसकी , मैं हूँ वो ही, जो सिर्फ तुझे चाहता हैं! अपनी आँखों से न तु ,शरम़ा इस कद़र , तेरी अदाओ पे ये, मिटना चाहता हैं!! सुर्ख़ लवो को न तुम, इतराओ बे-वज़ह, इन लवो पर दिल ,डुबना चाहता हैं !! खुले गेशूओ को न ,लहराओ तुम शोख़ियो से, छांव में इनके दिल, गज़ल लिखना चाहता हैं!! --अनवर हुसैंन अणु भागलपुरी #दिलचाहताहै