"ये सच है कि हमने किसी पे भरोसा नहीं किया, मगर ये भी सच है,किसी से धोखा नहीं किया, अपने लहू से सींच कर,जलाये हैं सब चराग, जुगनू पकड़कर हमने कभी उजाला नहीं किया।".... ©Sarfaraj idrishi #writer "ये सच है कि हमने किसी पे भरोसा नहीं किया, मगर ये भी सच है,किसी से धोखा नहीं किया, अपने लहू से सींच कर,जलाये हैं सब चराग, जुगनू पकड़कर हमने कभी उजाला नहीं किया।".... कुमार रंजीत (मनीषी) gaTTubaba