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Shayari Dost.in कभी भुला देती हो, कभी याद कर लेती

Shayari Dost.in
कभी भुला देती हो, कभी याद कर लेती हो कभी रुला देती हो, तो कभी हसा देती हो जब मुझको प्यार से याद करती हो तब जिदंगी का एक पल बढ़ा देती हो

©Dinesh Silavat #GovindaMeme mere phevret bero
Shayari Dost.in
कभी भुला देती हो, कभी याद कर लेती हो कभी रुला देती हो, तो कभी हसा देती हो जब मुझको प्यार से याद करती हो तब जिदंगी का एक पल बढ़ा देती हो

©Dinesh Silavat #GovindaMeme mere phevret bero