White पल्लव की डायरी मेरा भी जमी और आसमान है हवा पानी सांसो का अधिकार है माना नदिया हूँ मै सागर की बहाब सतत जीवन का चाहिये नालो में सड़ जाये धवल जीवन रुकावटे कंकड़ पत्थरो की नही चाहिये हूँ आम आदमी नही बड़ा नाम चाहिये पहचान मिटाने खड़ी है सरकारे सागरो को करती रहती मालामाल लेकिन कानूनी चाबुक से खाल मेरी खींच रही है नॉकरी विजनेस सारा पेशेवरों के पास आमजनों से जीने का अधिकार छीन रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes मेरा भी जमी आसमान है