ऐसा नही था कि उसको मैं पंसन्द नही था बस उसके दिल मे मेरा घर नही था मुद्दतों बाद उसको समझ आया मेरे सिबा उसका कोई अपना नही था तन्हा सफ़र था मेरा तो तन्हा रास्तों मे रहा कट कर दरख़्त फिर जमीं पर लगा भी नही था तेरा होना ना होना अब ख्याल है मेरा तुझ को तो छोड़कर मैं कभी कहीं गया भी नही था ©azkjhs #azkjhs #sad_poetry #newpost #newpoetry #hindi_urdu Ritika Singh रूहदार saumya Jain Shaniyaaz Pasha