खोलो ना किवाड़ मन के, आने दो सुबह की रौशनी, मुस्करा के करो ना स्वागत, रौशनी छा जाने दो मन में, दिन भर ये रौशनी खुशी देगी, सांसों को नई ताज़गी भरेगी, ताज़गी बढ़ाएगी साहस तुम्हारा, साहस से दिन भर महकेगा,