Nojoto: Largest Storytelling Platform

"लक्ष्य" लक्ष्मण सा लक्ष्य मर्यादा में राम बन, ज

 "लक्ष्य"

लक्ष्मण सा लक्ष्य मर्यादा में राम बन,
जीवन है जब तलक श्रेष्ठता का प्रमाण बन..!

हटना न पीछे डटना चट्टान सा,
घटना न घटे कोई सतर्क ऋषियों सा नाम बन..!

ये चलन ही ऐसा चला है ज़माना ख़राब हो चला है,
चिंता की चिता में हर शख़्स ही जला है..!

उगता हुआ सूरज भी बे-मौसम सा ढला है,
बुरे के बर्ताव से दूर रहना ही भला है..!

विचारों पे विमर्श पहुँच फ़र्श से अर्श,
जीवन में मेहनती तू सुबह शाम बन..!

ख़ास बनने की ख़ासियत ख़्वाबों की देन है,
इंसानियत का इष्ट पहले इंसान आम बन..!

सर्वोच्च पद मिले कद बढ़े दिन पे दिन तरक्की का,
असफ़लता को दूर कर सफलता का सर्वदा धाम बन..!

©SHIVA KANT
  #Colors #Lakshay