ग़म घटते घटते घटता है एक समय के बाद जीवन पटरी पर आता है एक समय के बाद ज़ोर ओ जबर का सिलसिला जब नहीं रुकता है इंसां पत्थर बन जाता है एक समय के बाद - मिनहाज ज़फ़र #समयबाद #yqdidi #collab #collabwithme