पहली रात पीरियड की पहली रात होती है बहोत दर्दनाक ना कोई होश ना ही राह ना खाने का स्वाद ना कुछ करने की आस दर्द इतना जैसे जल बिन तड़पे मछली एक ही बार में सौ दर्द से कराहना फिर आता है मां का दर्द सहने का ताना ये कोई मामूली पेट दर्द नहीं होता जब प्रकृति ने बनाया ऐसा नियम क्यों दिया हर महीने दर्द का रोग इस दर्द के होने से पहले कांप जाती हूं मैं आता है मेरे दिलो दिमाग में हर बार यही ख्याल पीरियड की पहली रात आखिर क्यों होती है इतनी दर्दनाक ©Pratiksha #पहली_रात #पीरियड