जुस्तजू... छूने को...हवाओं की आसमां में...बिखरी घटाओ की कितना...अजीब है ना अलग...चमन से है भी...नही लिपटना फिर भी...बाहों से प्रीत में पागल...फिजाओं की कितना...अजीब है ना !! ©Raj choudhary "कुलरिया" #welcome2022 #with_you #foreverlove