सुप्रभात एक, नयी सौगात, हम सबके पास, हम सबके साथ, नयी उमंग और नये उल्लास, हम सबके पास , हम सबके साथ स्वागत करते पशु,पक्षी भी चाहे हो दिन, या हो रात मनभावन सी ये शीत लहर सुप्रभात की तन को भाये कण कण हर क्षण भीग रहा है,और भीगता ही जाये, ये प्रकृति माता की सुंदर सी पावन हरि छटा देख रोम रोम पुलकित होता है, इन्हे मानो हरि नाम रटा, सुप्रभात एक, नयी सौगात, हम सबके पास, हम सबके साथ।। good morning🌞 ©Matangi upadhyay #good_morning #niceday #MyPoetry #mypoem #mywords #matangiupadhyay #MorningTea