संग बैठो मेरे तो मैं जीवन वृत्तांत सकल लिख दु तुम बिन बीत रहे जो दिन हैं श्वास सभी वो विफल लिख दु तुम मिल जाओ सहज सरल जो स्वयं, स्वयं को सफ़ल लिख दु... बड़ी सफलता और ऊंचाई कोई नहीं है हल लिख दु तुम से तुम तक पथ हो मेरा बस इतना खुद का कल लिख दु तुम बिन जीवन रेत रेत हैं कहो इसे, मरुथल लिख दूं..?? व्याप्त रहो जो मुझ में ऐसे सारी पीड़ा,निष्फल लिख दु..?? उन्नत अग्रिम प्रेम शीर्ष हैं अपने हित में कल लिख दु आओ मेरे हिस्से में तो मैं खुद को, सफ़ल लिख दूं...!! ©ashita pandey बेबाक़ #library लव शायरियां लव स्टोरी लव शायरी लव सैड शायरी