#जानती हो आज का दिन कैसा है,जब तुम मेरे पास नहीं हो, सूना सा मेरा कमरा गुमसुम सा है,हल्की सी आहट पर,दरवाजा दूर तक ढूंढ आया है तुमको, धूल भी बेखौफ कब से लेटी है हमारी कुर्सी पर,और ये खिड़की एक टक देख रही है आकाश की ओर... सच कहें तो आज यादों के दरिया में बहे चले जा रहे हैं हम...!! 🌺❤️✍️ #याद ©humsafarwriter01 #याद #rayofhope