मोहब्बत तो नाम है इवादत का ... बस तुम खुश रहो .... हम यू ही खुद को मिटाते रहेंगे... रहो दूर तुम कितना भी ... हम यू ही तुम्हे चाहते रहेंगे... कसम हमें हमारे इश्क़ की... इस इबादत में तेरी सलामती की , दुआ मांगते रहेंगे... रहेंगे तेरे दीदार से महरूम हम उम्र भर.. अपनी कलम के हर लफ्ज़ को तुम पर, कुर्बान करते रहेंगे... ना आएंगे रूबरू तुम्हारे, ना ऐतवार आने का करेंगे... खुदा की रहमते बरसती रहे तुम पर... बस मरते दम तक यही फरयाद करेंगे.. बस मरते दम तक यही फरयाद करेंगे...Sara(सरस.k) मोहब्बत