आंखों में बन रौशनी जगमगाती है बेटियाँ, होंठों पे मुस्कान की लकीरें सजाती है बेटियाँ, बिन बेटी घर का आंगन मरूस्थल सा लगता है, हर घर को स्वर्ग सा सुन्दर बनाती है बेटियाँ! ©कुमार प्राणेश For My Sweet Daughter 'Meha'