नए साल की शुरुवात लिए बैठे है,, कुछ नहीं बदला जो रूठें थे वो रूठें है,, यूँ तो मुबारक़ बाद तो बहुतो ने दी,, पर उनकी आवाज तक सुनाई ना दी,, *खुद से अनजान* आयुष #NojotoQuote