न मैं कभी दरवाजे तक पहुँच सका न वो कभी दहलीज लाँघ सकी.........! 🌹 कहानी का आधार मुख्यतः दो बिंदुओं से मिलकर बनता है। एक घटनाक्रम, दूसरा चरित्र उद्घाटन। पंक्ति दर पंक्ति एक घटना और उस घटना से जुड़े चरित्रों की भावात्मक व क्रियात्मक प्रतिक्रिया जो कहानी को पूर्णता की ओर ले जाती है। ... फ़िलहाल अभ्यास के लिए एक #collab है, जो एक #मिनीकहानी का स्वरूप है। इसे आगे बढ़ाते हुए एक या दो पंक्तियों में कहानी को पूर्ण करें। इसके लिए ज़रूरी है इन पंक्तियों में छुपे हुए conflict को विजुअलाइज़ करना। अपनी कल्पनाशीलता से आप इसे कोई भी रंग दे सकते हैं। #yqdidi #yostowrimo #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi