White कितने दिनों से,बासी नहीं, ताजा भुगत रहा हूं, अपने कारनामों का खामियाजा भुगत रहा हूं। हरकत से बाज नहीं आती है आदत, सूरत ये है,बदलती नहीं है सूरत, आजिज आ गया हूं खुद से,गम में फकत रहा हूं। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #खामियाजा लव कुश कांड लव लव शायरी हिंदी में लव कोट्स 'लव स्टोरीज'